Sunday, 28 August 2022

Jiya ho jiya kuch bol do......Jab Pyar Kisi So Hota Hai 1961

जब प्यार किसी से होता है  (1961)

जिया ओ, जिया ओ जिया कुछ बोल दो

अरे ओ, दिल का पर्दा खोल दो  - २

जब प्यार किसी से होता है

तो दर्द सा दिल में होता है

तुम एक हसीन हो लाखों में

भला पाके तुमे कोई खोता है

जिया ओ, जिया ओ जिया कुछ बोल दो  

 

नज़रों से कितने तीर चले

चलने दो जिगर पर झेलेंगे

इन प्यार की उजली राहों पर

हम जान की बाज़ी खेलेंगे

इन दो नैनों के सागर में

कोई दिल की नैया डुबोता है

ओ जिया ओ, जिया ओ जिया कुछ बोल दो

अरे ओ, दिल क पर्दा खोल दो ...

 

तुम भी तो इस आग में जल्ते हो

चेहरे से बयां हो जाता हैं

हर बात पे आहें भरते हो

हर बात पे दिल थर्राता है        

जब दिल पे छुरियां चलती हैं

तो चैन से कोई सोता है

जिया ओ, जिया ओ जिया कुछ बोल दो

अरे ओ, दिल का पर्दा खोल दो

गायक : मोहम्मद रफ़ी

संगीतकार : शंकर जयकिशन

गीतकार : हसरत जयपुरी

 

 


No comments:

Post a Comment

Teri julfon se judaai ......Jab Pyar Kisi Se Hota Hain 1961

जब प्यार किसी से होता है   (1961) तेरी जुल्फों से जुदाई तो नहीं माँगी थी क़ैद मांगी थी रिहाई तो नहीं माँगी थी तेरी जुल्फों से जुदाई ...